Published on: 30th May 2025
– प्रोफेशनल मैनेजर स्टॉक्स, बॉन्ड्स, डेट में निवेश करते हैं. – छोटे-छोटे निवेशकों से पैसा जमा होता है. – निवेश आसान और सिस्टमैटिक होता है. – ₹500 से निवेश शुरू कर सकते हैं.
– यह पारंपरिक निवेश से अलग है. – स्टार्टअप, रियल एस्टेट, प्राइवेट इक्विटी में निवेश करता है. – केवल चुनिंदा निवेशकों के लिए. – न्यूनतम निवेश ₹1 करोड़.
– कैटेगरी I: सामाजिक, SME, इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे सेक्टर. – कैटेगरी II: बिना लोन लिए निवेश, मध्यम जोखिम. – कैटेगरी III: जटिल ट्रेडिंग, डेरिवेटिव्स में निवेश.
फायदे: – उच्च रिटर्न की संभावना. – डायवर्सिफिकेशन के बेहतर ऑप्शन. नुकसान: – महंगा निवेश. – कम लिक्विडिटी. केवल एक्सपीरियंस्ड निवेशकों के लिए.
– आसानी से निवेश शुरू करें. – छोटे निवेश से भी शुरुआत संभव. – बेहतर लिक्विडिटी. – विविध विकल्प - इक्विटी, डेट, हाइब्रिड.
AIF: – कैटेगरी I और II: ‘पास-थ्रू’ टैक्सेशन. – कैटेगरी III: फंड लेवल टैक्स, ज्यादा दरें. Mutual Fund: – टैक्स तभी देना जब निवेश बेचें. ELSS में टैक्स लाभ.
– अगर आपके पास बड़ी राशि है और आप रिस्क लेने को तैयार हैं → AIF. – अगर आप शुरुआत कर रहे हैं या छोटे निवेशक हैं → Mutual Fund. – हमेशा अपने निवेश गोल, रिस्क टॉलरेंस और समय के अनुसार चुनें.
ये पोस्ट सिर्फ़ जानकारी के लिए है. इसे निवेश सलाह न समझें. किसी भी निवेश के फ़ैसले से पहले एक्सपर्ट से सलाह ज़रूर लें.