Published: 06th Jan 2025
7-पार्ट सीरीज़ के पहले पार्ट में, जानिए सही निवेश की बुनियाद - ख़ुद को पहचानना!
वैल्यू रिसर्च धनक ने 3 दशकों में म्यूचुअल फ़ंड इंडस्ट्री बेहद को क़रीब से देखा है. फ़ंड्स का उतार-चढ़ाव हो या नई कैटेगरी, हमने सब पर नज़र रखी है. नए फ़ंड्स आए, AMCs गए. नियम बदले, लेकिन सफ़ल निवेश की बुनियाद वही रही.
“ख़ुद को जानना” केवल दार्शनिक सोच नहीं, बल्क़ि निवेश की सबसे अहम शुरुआत है. म्यूचुअल फ़ंड निवेश का पहला नियम अपने स्वभाव और रिस्क सहने की क्षमता को समझें.
सोचिए, अगर मार्केट 30% गिर जाए तो आप क्या करेंगे? - SIP रोक देंगे? - निवेश बेच देंगे? - या मौक़े का फ़ायदा उठाकर और निवेश करेंगे? अगर जवाब है 'घबराकर बेच दूंगा', तो फिर ये सीरीज़ आपके लिए ही है.
क्या आपने - घबराकर रिडीम किया? - SIP बंद कर दी? - या डटकर इक्विटी में बने रहे? अगर पहली दो बातें सही हैं, तो आप कंज़रवेटिव निवेशक हैं. और अगर तीसरी बात सही है, तो आप इक्विटी में बड़ा खेलने के लिए तैयार हैं.
छोटे-छोटे कदम लें - हाइब्रिड फ़ंड्स से शुरुआत करें. - धीरे-धीरे इक्विटी में निवेश बढ़ाएं. याद रखें, हर एक्सपर्ट कभी कंज़रवेटिव निवेशक ही था!
रिस्क सहने की क्षमता बौद्धिक टेस्ट से नहीं, असल दुनिया के अनुभवों से आती है. - व्यवहार और अनुभव आपकी सच्ची ताक़त हैं. - अपनी सफ़र को अपनी सोच से जोड़ें. आपके निवेश का आकलन आपके असली स्वभाव से होना चाहिए
एक निवेशक की सबसे बड़ी ताक़त है सही फ़ंड चुनना. जोखिम लेने की क्षमता हर किसी के लिए अलग होती है! अपने स्वभाव को समझिए और सही निवेश निर्णय लीजिए. हम आपको सिखाएंगे कैसे सही फ़ंड कैटेगरी चुनें और मुनाफ़ा कमाएं.