RBI ने हाल ही में दो बार ब्याज दर में कटौती की है. अब repo rate 6% पर पहुंच गया है.इससे dynamic bond funds और gilt funds में अच्छा रिटर्न देखने को मिल रहा है.
क्या यह निवेशकों के लिए मौका है?
डेट फ़ंड्स में अच्छा रिटर्न देखकर बहुत से निवेशक सोच रहे होंगे कि इन फ़ंड्स में पैसा लगाना चाहिए.लेकिन क्या यह सही फैसला है? आइये जानें.
अगर आपने पहले से तय किया है निवेश प्लान
यदि आपने पहले से निवेश योजना बनाई है, जैसे कि:– आधा पैसा इक्विटी में– आधा पैसा डेट में– SIP जारी रखनातो आपको कुछ नहीं बदलना चाहिए.
रिटायरमेंट फ़ंड पर ध्यान दें
अगर आपके पास रिटायरमेंट का पैसा है, और वो fixed income में है (जैसे Senior Citizen Savings Scheme या RBI bonds), तो उसमें ज्यादा बदलाव की ज़रूरत नहीं है.
फिक्स्ड इनकम में कम बदलाव करें
आप अपना रिटर्न थोड़ा बढ़ाने के लिए 10% पैसा dynamic bond funds या gilt funds में लगा सकते हैं.लेकिन ध्यान रखें, सिर्फ वर्तमान रिटर्न को देखकर बदलाव न करें.
ब्याज दरों में भविष्य की बढ़त
ब्याज दरों में कटौती के बाद, अगले कुछ समय में ब्याज दरों में बढ़ोतरी हो सकती है.इसका असर आपके डेट फ़ंड्स पर नकारात्मक हो सकता है.
डेट फ़ंड्स में जोखिम
अगर आप डेट फ़ंड्स में ज्यादा रिटर्न की तलाश में हैं, तो ये फ़ंड्स बुरे क्रेडिट की वजह से नुक़सान भी कर सकते हैं.निवेशक अक्सर ऐसे जोखिमों के लिए तैयार नहीं होते.
कैसे बचें इन जोखिमों से?
– डेट फ़ंड्स में ज़्यादा रिटर्न वाले फ़ंड्स से बचें.
– गिल्ट फ़ंड्स में भी अत्यधिक जोखिम से बचें.
रिटायरमेंट के लिए पैसा फिक्स्ड इनकम में ही रखें.