Published: 09th Jan 2025
सोने में निवेश को सदियों से सेफ माना गया है. लेकिन क्या ये आज के दौर में भी सही चॉइस है? चलिए, जानते हैं!
सोने की कीमतें मार्केट की डिमांड और सप्लाई पर निर्भर करती हैं. मुश्किल समय में ये अक्सर बेहतर परफॉर्म करता है.
सोना लॉन्ग-टर्म में अच्छे रिटर्न्स दे सकता है, लेकिन ये शेयर मार्केट या mutual funds जैसे high growth रिटर्न्स नहीं देता.
महंगाई (inflation) के दौर में सोना आपकी खरीदने की क्षमता (purchasing power) को बनाए रखने में मदद कर सकता है.
सोना एक tangible asset है. इसे आप फिजिकली अपने पास रख सकते हैं. इससे जुड़ी ownership clear होती है.
अब आप सोने में डिजिटल तरीके से भी निवेश कर सकते हैं. Gold ETFs और Sovereign Gold Bonds जैसे ऑप्शन्स आपके लिए आसान हैं.
सोने की storage और insurance का खर्चा होता है. यह रेंटल इनकम या डिविडेंड नहीं देता, unlike mutual funds.
Mutual funds और SIPs आपको diversified और higher growth investments का फायदा देते हैं. ये लॉन्ग-टर्म goals के लिए ideal हैं.
सोने में निवेश को अपने portfolio का छोटा हिस्सा रखें. ज़्यादा growth के लिए mutual funds पर ध्यान दें.
निवेश से जुड़े सही फैसले लें. Value Research Dhanak आपको हमेशा practical और भरोसेमंद जानकारी देता है. Visit Dhanak.com for expert advice!