क्या 50-30-20 रूल हर किसी के लिए सही है?

Published on: 26th May 2025

Leela Hotels IPO 2025: लग्ज़री होटल सेक्टर में निवेश का सुनहरा मौक़ा!

Leela Hotels का फ़ाइनेंशियल प्रोफ़ाइल 

– FY23 और FY24 में कंपनी ने नुक़सान रिपोर्ट किया. – FY25 में कंपनी प्रॉफ़िट में लौटी. – FY25 में ROE और ROCE लगभग 9% रहे. – पिछले 3 सालों में रेवन्यू में सालाना 23% की बढ़ोतरी.

IPO का वैल्यूएशन, क्या है क़ीमत?

– IPO की ऊपरी प्राइस बैंड ₹435 प्रति शेयर है. – इस हिसाब से कंपनी का P/E लगभग 305x और P/B लगभग 2.3x होगा. – इसके मुक़ाबले सेक्टर के दूसरे खिलाड़ी लगभग 89x P/E और 5x P/B पर ट्रेड कर रहे हैं. – वैल्यूएशन थोड़ा महंगा दिख सकता है.

Leela Hotels की ताक़त

– प्राइम लोकेशंस में 13 ऑपरेशनल होटल, कुल 3,553 कमरे. – ज़मीन ख़रीदना और नए होटल खोलना मुश्किल, हाई एंट्री बैरियर होते हैं. – FY25 में 65% औसत ऑक्यूपेंसी, प्रति रूम औसत रेट ₹16,409. – 2028 तक 5 नए होटल खोलने का प्लान, कुल ₹1,132 करोड़ का कैपेक्स.

कंपनी की कमज़ोरियां 

– कुल रेवेन्यू का 31% केवल एक होटल — Leela Palace Bengaluru से आता है. – लग्ज़री होटल सेक्टर का बिजनेस साइक्लिकल है, मतलब फ़ाइनेंशियल उतार-चढ़ाव हो सकता है. – मार्केट में अन्य बड़े खिलाड़ियों से टक्कर का ख़तरा.

भारत में लग्ज़री होटल सेक्टर की स्थिति

– भारत में प्रति मिलियन आबादी पर 23 लग्ज़री होटल कमरे हैं. – तुलना करें तो ऑस्ट्रेलिया में 973, थाईलैंड में 690 कमरे प्रति मिलियन हैं. – लग्ज़री होटल की मांग तेज़ी से बढ़ेगी- अनुमानित 11% सालाना ग्रोथ (FY24-FY28). – सप्लाई अपेक्षाकृत कम बढ़ेगी- लगभग 6% सालाना.

ऑपरेटिंग कैश फ़्लो का हाल

– पिछले 3 साल में कंपनी का ऑपरेटिंग कैश फ़्लो लगातार पॉज़िटिव रहा. – ये एक अच्छा संकेत है कि कंपनी की फ़ंडिंग और ऑपरेशन में मज़बूती है.

IPO में निवेश करना चाहिए?

– ग्रोथ की मज़बूत संभावना है. – लेकिन वैल्यूएशन थोड़ा महंगा है. – साइक्लिकल मार्केट और कम्पटीशन का ध्यान रखें. लॉन्ग टर्म प्लानिंग ज़रूरी.

IPO में निवेश से पहले ध्यान दें 

– कंपनी के बिजनेस मॉडल, फ़ाइनेंशियल और ग्रोथ प्लान का अध्ययन करें. – वैल्यूएशन रेशियो और मार्केट कंडीशन समझें. – अपनी जोख़िम की क्षमता के अनुसार फ़ैसला लें.

Leela Hotels IPO की रिस्क रिपोर्ट  

– आर्थिक मंदी में लग्ज़री होटल की डिमांड गिर सकती है. – हाई वैल्यूएशन से क़ीमत में गिरावट का ख़तरा. – प्रमुख रेवेन्यू स्रोत पर निर्भरता.

निवेशक को क्या करना चाहिए?

– रिसर्च करें और समझदारी से निवेश करें. – सभी पैसे एक IPO में न लगाएं. – फ़ाइनेंशियल एक्सपर्ट की राय ज़रूर लें.

Disclaimer

ये पोस्ट सिर्फ़ जानकारी के लिए है. इसे निवेश सलाह न समझें. किसी भी निवेश के फ़ैसले से पहले एक्सपर्ट से सलाह ज़रूर लें.