Published: 17th Jan 2025
शेयर बाजार में गिरावट आम बात है। घबराने के बजाय इसे लंबी अवधि का अवसर समझें। धैर्य रखना सबसे ज़रूरी है। तो गिरता बाज़ार असल में एक मौक़ा हो सकता है.
गिरावट के दौरान अपनी निवेश योजना को बदलें नहीं। निवेश में अनुशासन बनाए रखना सफलता की कुंजी है।
किसी भी रिकॉर्ड को खंगालें, बड़ी गिरावट के बाद सेंसेक्स ने हमेशा "हाउज़ द जोश?" वाले अंदाज में वापसी की है. उदाहरण के लिए: 2009 की 61% गिरावट के बाद भी मार्केट ने ऐसा कमबैक मारा कि निवेशक इस उछाल से मुनाफ़े के गीत गा रहे थे.
शेयर बाजार का इतिहास दिखाता है कि गिरावट के बाद बाजार ने हमेशा वापसी की है। निवेश का लाभ समय के साथ मिलता है
घबराकर शेयर बेचने से नुकसान हो सकता है। कोई भी बड़ा फैसला लेने से पहले सोचें और अपनी रणनीति पर टिके रहें।
अपने निवेश की समीक्षा करें। देखें कि क्या आपके निवेश आपके लक्ष्य और जोखिम उठाने की क्षमता के अनुसार हैं।
अगर आपके पास अतिरिक्त पैसे हैं, तो गिरावट को नए निवेश का अवसर समझें। अच्छे शेयर और फंड सस्ते में मिल सकते हैं।
Nifty और Sensex दोनों ही बड़े बाजारों का हिस्सा हैं. SIP जैसे टूल्स का इस्तेमाल करें और लंबी अवधि के फायदे को समझें.
अगर आप अनिश्चित हैं, तो किसी वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें। यह आपके निवेश को सही दिशा में ले जा सकता है।
गिरते बाज़ार में घबराएं नहीं डर पर काबू पाएं, अनुशासन से निवेश करें और लंबे समय तक बाज़ार में बने रहें. याद रखें, बड़ी गिरावट के बाद ही बड़ा मुनाफ़ा आता है.
इस लेख का उद्देश्य निवेश की जानकारियां देना है. ये निवेश की सलाह नहीं है. निवेश से पहले पूरी रिसर्च करें. इस विषय पर डिटेल जानकारियों के लिए अगली स्लाइड पर दिए लिंक पर क्लिक करें.