Published: 22nd Jan 2025
मिड-कैप कम्पनियों की सीमा और स्मॉल-कैप छोटी कम्पनियां को रिप्रेजेंट करता है.
यह टॉप 101 से 250 रैंक में आने वाली कम्पनियां होती हैं. इन्हें स्थिरता और सम्भावी ग्रोथ दोनों मिलती है.
यह 251 से नीचे की रैंक में आती कम्पनियां होती हैं. यह ज्यादा रिस्की हैं लेकिन लाभ भी अधिक हो सकती है.
मिड-कैप में ठहराई और स्थिरता ज्यादा होती है. स्मॉल-कैप में उच्चा रिस्क ज्यादा होता है.
अगर की सोची और रिस्क को समझने के बाद निर्णय लें. लांग-सम्य पर ध्यान देकर स्थिरित फैसले निर्णय करें.
यह स्टोरी केवल सिर्फ के अनुसार प्रदान नहीं है. आपने आर्थिक सलाह की सलाह लें.