पैसा कैसे सुरक्षित करें?  

क्या आप भी सोचते हैं कि ₹1 करोड़ का निवेश कैसे सुरक्षित और लाभकारी बने? आज हम आपको 3 आसान कदमों में ऐसा प्लान बताएंगे, जो आपको जिंदगी भर सैलरी जैसी आमदनी देगा.

22 अप्रैल 2025 को मार्केट का हाल 

Secure 30-40% with Safe Investment

– ₹30-40 लाख लगाइए सीनियर सिटीज़न सेविंग स्कीम और पोस्ट-ऑफिस MIP में – यह निवेश हर तीन महीने या हर महीने आपको एक तय चेक देगा. यह सबसे सुरक्षित भारतीय निवेश विकल्प है.  

Invest in Flexi-Cap Funds or Aggressive Hybrid Funds 

– अगले ₹30 लाख को Flexi-Cap या Aggressive Hybrid Funds में लगाएं – ये निवेश आपको महंगाई से मुकाबला करने में मदद करेंगे, क्योंकि समय के साथ आमदनी बढ़ानी पड़ती है. Tip: ये निवेश बढ़ने के साथ अधिक आय देंगे, लेकिन इन्हें स्थिर नहीं निकालना है.  

Use SWP for Flexibility in Withdrawal

– ₹20-30 लाख ऐसे जगह निवेश करें, जहां flexibility हो, यानी जब चाहे पैसा निकाल सकें. SWP (Systematic Withdrawal Plan) के तहत ये पैसा Short-Term Debt Funds में रखा जाएगा. – सालाना 6% से ज़्यादा न निकालें, ताकि आपकी पूंजी बनी रहे.

– ₹20-30 लाख ऐसे जगह निवेश करें, जहां flexibility हो, यानी जब चाहे पैसा निकाल सकें. SWP (Systematic Withdrawal Plan) के तहत ये पैसा Short-Term Debt Funds में रखा जाएगा. – सालाना 6% से ज़्यादा न निकालें, ताकि आपकी पूंजी बनी रहे. Explained

SWP: अपने निवेश से हर महीने एक निश्चित राशि निकालें – इस पैसे का इस्तेमाल आप अपने जीवन यापन के लिए कर सकते हैं. यह प्रक्रिया आपको दीर्घकालिक वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है.  

– ₹20-30 लाख ऐसे जगह निवेश करें, जहां flexibility हो, यानी जब चाहे पैसा निकाल सकें. SWP (Systematic Withdrawal Plan) के तहत ये पैसा Short-Term Debt Funds में रखा जाएगा. – सालाना 6% से ज़्यादा न निकालें, ताकि आपकी पूंजी बनी रहे. Explained

– हर तीन साल में आपकी पूंजी की स्थिति जांचें. – अगर ₹1 करोड़ बढ़कर ₹1.10 करोड़ हो जाता है, तो अब ₹1.10 करोड़ पर 6% का लक्ष्य तय करें. इस तरह से आपकी आमदनी बढ़ सकती है, और रिटायरमेंट के बाद भी नियमित आमदनी मिलती रहेगी.  

– ₹20-30 लाख ऐसे जगह निवेश करें, जहां flexibility हो, यानी जब चाहे पैसा निकाल सकें. SWP (Systematic Withdrawal Plan) के तहत ये पैसा Short-Term Debt Funds में रखा जाएगा. – सालाना 6% से ज़्यादा न निकालें, ताकि आपकी पूंजी बनी रहे. Explained

Monitor and Rebalance – समय-समय पर अपनी पूंजी को reassess करें निवेश के प्रदर्शन के आधार पर, यदि ज़रूरत हो तो इसे फिर से संतुलित करें.  

– ₹20-30 लाख ऐसे जगह निवेश करें, जहां flexibility हो, यानी जब चाहे पैसा निकाल सकें. SWP (Systematic Withdrawal Plan) के तहत ये पैसा Short-Term Debt Funds में रखा जाएगा. – सालाना 6% से ज़्यादा न निकालें, ताकि आपकी पूंजी बनी रहे. Explained

Monitor and Rebalance – समय-समय पर अपनी पूंजी को reassess करें निवेश के प्रदर्शन के आधार पर, यदि ज़रूरत हो तो इसे फिर से संतुलित करें.  

– ₹20-30 लाख ऐसे जगह निवेश करें, जहां flexibility हो, यानी जब चाहे पैसा निकाल सकें. SWP (Systematic Withdrawal Plan) के तहत ये पैसा Short-Term Debt Funds में रखा जाएगा. – सालाना 6% से ज़्यादा न निकालें, ताकि आपकी पूंजी बनी रहे. Explained

Monitor and Rebalance – समय-समय पर अपनी पूंजी को reassess करें निवेश के प्रदर्शन के आधार पर, यदि ज़रूरत हो तो इसे फिर से संतुलित करें.