Published: 02nd Jan 2025
एक बचत खाता, जिसे हम अपने 'financial safety net' के तौर पर देखते हैं. जहां अपने पैसों को सुरक्षित रखा जाता है.
जैसे चाय/कॉफ़ी के बिना सुबह की शुरुआत नहीं होती, वैसे ही Savings Account के बिना पैसे का मैनेजमेंट मुश्किल है. कुल मिलाकर, ये ‘बैकअप प्लान’ की तरह काम करता है. और, घर के ख़र्च से लेकर अचानक ज़रूरतों के लिए आसानी से पैसे निकाल सकते हैं.
कभी ATM, कभी UPI! अपनी ज़रूरत के हिसाब से जब चाहें, जहां चाहें पैसे निकालिए घर चलाओ, पार्टी करो बस बैलेंस बनाए रखना न भूलें.
Savings Account में आपको हर महीने पैसे जमा करने का दवाब नहीं होता. लेकिन, मिनिमम बैलेंस वाला मामला ज़रूर है, वरना जुर्माना देना पड़ सकता है.
Salary Account की ख़ासियत ये है इसमें ‘मिनिमम बैलेंस’ की टेंशन नहीं होती है. लेकिन बाक़ी Savings Accounts अपने-अपने नियम लेकर आते हैं.
आपके Savings Account में ₹10,000 तक के ब्याज़ पर टैक्स छूट मिलती है. लेकिन ध्यान रखें, इसके बाद TDS कट सकता है) ये सब सेक्शन 80TTA के तहत आता है.
Savings Account में जमा पैसा, ज़्यादातर ₹5 लाख तक ही इंश्योरेंस से कवर होता है, जिसमें रक़म पर मिलने वाला ब्याज भी शामिल है.
अगर कोई बैंक 6 महीने तक प्रीमियम नहीं भरता है तो अकाउंट को इस इंश्योरेंस कवर का लाभ नहीं मिलेगा.
हां, ये बचत खाता आसान है, लेकिन अगर लंबे समय के नज़रिये से देखें तो दिक्कत है. Savings Account शॉर्ट टर्म के लिए फ़ायदेमंद है. लॉन्ग टर्म के लिए दूसरे ऑप्शन पर ग़ौर करना सही है. जैसे SIP या FD.