Dr Agarwals Healthcare IPO: जानिए 5 ज़रूरी बातें, वैल्यूएशन और इंडस्ट्री ग्रोथ

Dr Agarwals Healthcare IPO: जानिए 5 ज़रूरी बातें, वैल्यूएशन और इंडस्ट्री ग्रोथ

Published: 29th Jan 2025

बजट क्या सच में आपकी जेब पर असर डालेगा?

बजट का नाम सुनते ही कुछ लोग एक्साइटेड हो जाते हैं, तो कुछ को लगता है कि ये सिर्फ नेताओं की बात है! लेकिन सच तो ये है कि बजट तय करता है कि सरकार आपका और देश का पैसा कैसे ख़र्च करेगी. टैक्स कम होगा या बढ़ेगा? सस्ते लोन मिलेंगे या नहीं? चलिए, जानते हैं कि यूनियन बजट 2025 में आपके लिए क्या रखा है.

टैक्स छूट – बचत होगी या बढ़ेगा बोझ?

आपकी मेहनत की कमाई पर कितना टैक्स लगेगा, ये सरकार के नियमों पर निर्भर करता है. हो सकता है कि इस साल सरकार इनकम टैक्स की सीमा ₹2.5 लाख से बढ़ाकर ₹5 लाख कर दे. अगर 80C की लिमिट ₹1.5 लाख से ₹2 लाख तक बढ़ गई, तो आप ज्यादा सेविंग कर पाएंगे और उसे SIP या फ़िक्स्ड डिपॉज़िट में लगा सकते हैं.

शेयर बाज़ार वालों के लिए खुशख़बरी?

अगर आप स्टॉक्स या म्यूचुअल फ़ंड में पैसा लगाते हैं, तो सरकार आपको LTCG (Long-Term Capital Gains) टैक्स में छूट दे सकती है. हो सकता है कि 10% टैक्स को घटाकर 5-8% कर दिया जाए, जिससे निवेश पर आपको ज्यादा रिटर्न मिले. साथ ही, इक्विटी म्यूचुअल फ़ंड के टैक्स नियम भी आसान किए जा सकते हैं, ताकि निवेशकों को कम दिक्क़त हो.

म्यूचुअल फ़ंड में निवेश करना होगा और आसान?

क्या आप जानते हैं कि SIP यानी 'हर महीने थोड़ा-थोड़ा निवेश' बहुत फ़ायदेमंद होता है? सरकार SIP को और बढ़ावा देने के लिए ELSS (टैक्स सेविंग म्यूचुअल फ़ंड) में टैक्स छूट बढ़ा सकती है. यानि, अगर आप SIP में निवेश करते हैं, तो टैक्स भी बचेगा और आपका पैसा भी बढ़ेगा!

स्टार्टअप्स और छोटे बिज़नेस को सपोर्ट मिलेगा?

अगर आप सोच रहे हैं कि नया बिज़नेस शुरू करें या किसी स्टार्टअप में पैसा लगाएं, तो आपके लिए अच्छी ख़बर हो सकती है! सरकार छोटे बिज़नेस और स्टार्टअप्स को टैक्स छूट, सस्ते लोन और आसान क्रेडिट स्कीम दे सकती है. इससे ये बिज़नेस तेज़ी से बढ़ेंगे और आपको भी निवेश के नए मौके़ मिलेंगे.

ग्रीन इन्वेस्टमेंट - पर्यावरण को बचाते हुए पैसे कमाएं!

अगर आप सोच रहे हैं कि ऐसी कंपनी में पैसा लगाएं, जो पर्यावरण का भी ध्यान रखती हो, तो सरकार इस बजट में ग्रीन एनर्जी और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को बढ़ावा देने वाली स्कीमें ला सकती है. ऐसे सेक्टर्स में निवेश करने पर आपको भी फ़ायदा होगा और धरती को भी!

इक्विटी vs डेट - आपका पैसा कहां सेफ़ रहेगा?

इक्विटी यानी शेयर बाजार को सपोर्ट करता है, तो वहां ज्यादा ग्रोथ होगी. लेकिन अगर आप सेफ खेलना चाहते हैं, तो डेट फ़ंड्स यानि, फ़िक्स्ड इनकम ऑप्शन बेहतर हो सकते हैं. – इक्विटी फ़ंड्स = ज्यादा रिटर्न, लेकिन थोड़ा रिस्क! – डेट फ़ंड्स = कम रिस्क, लेकिन स्टेबल रिटर्न! – हाइब्रिड फ़ंड्स = दोनों का बैलेंस!

निवेश में जल्दबाज़ी न करें!

बजट के बाद मार्केट ऊपर-नीचे हो सकता है, लेकिन समझदारी इसी में है कि SIP और लॉन्ग-टर्म निवेश जारी रखें. बजट हर साल आता है, लेकिन स्मार्ट लोग वही होते हैं जो बिना घबराए अपने निवेश को सही जगह पर टिकाए रखते हैं!

डिस्क्लेमर

इस लेख का उद्देश्य निवेश की जानकारियां देना है. ये निवेश की सलाह नहीं है.