Published on: 18th Apr 2025
– 50-30-20 रूल एक जानी-मानी बजटिंग गाइडलाइन है. – ये आपके मंथली कमाई को तीन हिस्सों में बांटने का सुझाव देता है: – 50% ज़रूरी ख़र्चों के लिए – 30% इच्छाओं और शौक़ के लिए – 20% बचत और निवेश के लिए
ये एक सरल तरीक़ा है, जिससे आप अपने ख़र्चों को ट्रैक कर सकते हैं. ख़ास तौर से उन लोगों के लिए, जो अपनी कमाई का सही उपयोग समझने की कोशिश कर रहे हैं.
– हर किसी की कमाई, ख़र्च और ज़िम्मेदारियां अलग होती हैं. उदाहरण के लिए: एक सैलरीड व्यक्ति ₹40,000 कमाता है, तो 50% सिर्फ़ ज़रूरी खर्चों में चला जाता है. वहीं कोई ₹2 लाख कमाने वाला व्यक्ति ज़्यादा बचत कर सकता है.
आपका लाइफ़स्टाइल, शहर का ख़र्च और व्यक्तिगत ज़िम्मेदारियां आपके बजट पर असर डालती हैं.
50-30-20 रूल के बावजूद, कम से कम 20% बचत करना जरूरी है. शौक़ों को थोड़ा कम करना पड़ सकता है, लेकिन बचत पर ध्यान देना ज़रूरी है. SIP जैसे प्लान में ऑटोमेटेड बचत सेट करें.
अपनी फ़ाइनेंशियल स्थिति और ज़रूरतों के हिसाब से इसे ढालने में संकोच न करें.
ये पोस्ट सिर्फ़ जानकारी के लिए है. इसे निवेश सलाह न समझें. किसी भी निवेश के फ़ैसले से पहले एक्सपर्ट से सलाह ज़रूर लें.