Published on: 26th June 2025
HDB फ़ाइनेंशियल सर्विसेज का ₹12,500 करोड़ का IPO, जो 2025 की सबसे बड़ी NBFC लिस्टिंग में से एक है, दूसरे दिन भी चर्चा में है. क्या यह IPO निवेशकों के लिए सही अवसर है? जानिए डिटेल्स!
HDB के IPO की स्थिति कुछ ऐसी है: – रिटेल इन्वेस्टर्स: 0.40 गुना – नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NIIs): 1.06 गुना – QIBs (क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स): 0.01 गुना – एम्प्लॉई कोटा: 2.12 गुना
GMP ₹52 के आसपास ठंडा पड़ा है, जो कि लिस्टिंग पर मामूली गेन का संकेत देता है. क्या यह IPO ओवरवैल्यूएशन का शिकार है या फिर मजबूत निवेश का संकेत?
HDB फ़ाइनेंशियल, HDFC बैंक की सब्सिडियरी है, और 2007 से सेमी-अर्बन और रूरल क्षेत्रों में सक्रिय है. – फोकस एरिया: एंटरप्राइज लोन, एसेट फाइनेंस, कंज्यूमर लेंडिंग – 1,770 से ज्यादा ब्रांचों के साथ बड़ी नॉन-बैंक लेंडर
IPO की कीमत कई प्रतिस्पर्धियों से ऊपर है. क्या HDB के प्रीमियम P/E और P/B वैल्यूएशन से निवेशक पूरी तरह से संतुष्ट हैं?
ग्रे मार्केट में ठंडापन और QIBs का धीमा रुझान दर्शाता है कि निवेशकों के बीच असमंजस है. लेकिन क्या एंकर इन्वेस्टर्स के समर्थन से यह IPO सुरक्षित है?
– लिस्टिंग लाभ: मौजूदा GMP को देखते हुए लिस्टिंग पर तुरंत लाभ कम हो सकता है. – लॉन्ग-टर्म ग्रोथ: HDB के पास मजबूत पैरेंटेज और अच्छे एसेट्स हैं, जो लंबे समय में ग्रोथ का संकेत दे सकते हैं.
ये पोस्ट सिर्फ़ जानकारी के लिए है. इसे निवेश सलाह न समझें. किसी भी निवेश के फ़ैसले से पहले एक्सपर्ट से सलाह ज़रूर लें.