Published on: 3rd June 2025
– दोनों निफ्टी 50 या सेंसेक्स जैसे इंडेक्स को फ़ॉलो करते हैं. – मतलब दोनों आपके पैसे को उन्हीं 50-60 कंपनियों में लगाते हैं. – लेकिन खरीदने और बेचने का तरीका अलग होता है.
– ट्रेन का टिकट पहले से बुक करना. – निवेशक फॉर्म भरता है, NAV के हिसाब से दिन के अंत में कीमत मिलती है. – डीमैट अकाउंट की ज़रूरत नहीं. – सरल, लंबी अवधि वाले निवेशकों के लिए बढ़िया.
– टिकट की कीमत दिनभर बदलती रहती है. – शेयर की तरह, मार्केट में कभी भी खरीदें-बेचें. – डीमैट अकाउंट और ब्रोकरेज की ज़रूरत. – जो ट्रेडिंग पसंद करते हैं, उनके लिए उपयुक्त.
– कीमत निर्धारण (NAV vs Market Price) – ट्रेडिंग टाइम (दिन के अंत vs बाजार खुला) – जरूरत (डीमैट अकाउंट या नहीं) – खरीद बिक्री की सुविधा
– अगर आप आसान और लॉन्ग टर्म निवेश चाहते हैं → इंडेक्स फ़ंड बेहतर. – अगर आप ट्रेडिंग करते हैं और कीमतों में उतार-चढ़ाव का फायदा उठाना चाहते हैं → ETF.
– सीधे NRI PPF, NSC, SCSS में नया अकाउंट नहीं खोल सकते. – अगर पहले अकाउंट इंडिया में खोला था, तो मैच्योरिटी तक रख सकते हैं. – पर नए पैसे जमा या अकाउंट बढ़ा नहीं सकते.
ये पोस्ट सिर्फ़ जानकारी के लिए है. इसे निवेश सलाह न समझें. किसी भी निवेश के फ़ैसले से पहले एक्सपर्ट से सलाह ज़रूर लें.