म्यूचुअल फ़ंड जो ढोंगी हैं
जब 'पैसिव' फ़ंड्स को एक्टिव फ़ैसले लेने की ज़रूरत पड़े, तो समझ जाइए कुछ बहुत ग़लत है
जब 'पैसिव' फ़ंड्स को एक्टिव फ़ैसले लेने की ज़रूरत पड़े, तो समझ जाइए कुछ बहुत ग़लत है
विदेशी शेयरों में निवेश का मतलब है बढ़िया कारोबार का मालिक बनना, न कि सिर्फ़ घरेलू बाज़ार की गिरावट से बचना
अगर आप अपने पोर्टफ़ोलियो को एक हफ़्ते के लिए भी अकेला नहीं छोड़ सकते तो क्यों इसमें कोई बुनियादी ग़लती है.
निवेश की महंगी पड़ने वाली ग़लतियां बाज़ार से ज़्यादा हमारे बारे में बताती हैं
घबराहट में बिकवाली हो रही है, लेकिन भारतीय निवेशक इस झांसे में नहीं आ रहे
क्यों हॉट' इन्वेस्टमेंट की होड़ में कॉर्पोरेट गवर्नेंस एक टिकाऊ रिटर्न का आधार बना हुआ है
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