बड़े सवाल

क्या SCSS को 5 साल से आगे बढ़ाया जा सकता है? अगर हां, तो कितने समय के लिए?

आइए, सीनियर सिटिजन सेविंग्स स्कीम (SCSS) के विस्तार से नियमों को समझें

क्या SCSS को 5 साल से आगे बढ़ाया जा सकता है? अगर हां, तो कितने समय के लिए?Anand Kumar/AI-Generated Image

सीनियर सिटिज़न सेविंग्स स्कीम (SCSS) रिटायर्ड लोगों की पसंदीदा योजना रही है, जो सुरक्षित निवेश, रेगुलर इनकम, और अच्छे रिटर्न की तलाश में हैं. पहले, SCSS अकाउंट सिर्फ़ 5 साल तक के लिए चलता था और इसे एक बार 3 साल के लिए बढ़ाया जा सकता था. 8 साल बाद अकाउंट बंद करना पड़ता था. फिर निवेशकों को दूसरा निवेश ढूंढना पड़ता था, जो अक्सर कम ब्याज दर या जोखिम भरा होता था.

लेकिन अब नियम बदल गए हैं. SCSS अकाउंट अब समय की सीमा से बंधे नहीं हैं. आप इन्हें हर 3 साल में अनिश्चितकाल तक के लिए बढ़ा सकते हैं. ये एक बड़ा बदलाव है.

दूसरे शब्दों में, SCSS अब एक हमेशा साथ देने वाला निवेश है, जिसे हर कुछ साल में बदलने की ज़रूरत नहीं पड़ती.

SCSS के फ़ायदे

SCSS सीनियर सिटिज़न के लिए सबसे सुरक्षित और ज़्यादा ब्याज देने वाला निवेश विकल्प है.

  • अच्छा ब्याज: ये अभी 8.2% सालाना ब्याज देता है. जो ₹30 लाख के अधिकतम निवेश पर हर साल ₹2.46 लाख मिलते हैं.
  • हर तिमाही पैसा: ब्याज हर तीन महीने में मिलता है, जो रेगुलर इनकम के लिए बहुत अच्छा है.
  • सुरक्षा: भारत सरकार द्वारा समर्थित होने के कारण SCSS बहुत सुरक्षित निवेश है.
  • टैक्स में छूट: सेक्शन 80C के तहत निवेश पर ₹1.5 लाख तक की टैक्स छूट मिलती है. सीनियर सिटिज़न ₹50,000 तक की ब्याज इनकम पर भी टैक्स छूट ले सकते हैं.
  • इसमें रिटर्न ज़्यादातर बैंक FD (फ़िक्स्ड डिपॉज़िट) के मुक़ाबले ज़्यादा है.

हालांकि, SCSS की कुछ सीमाएं हैं:

a) SCSS का ब्याज आपकी टैक्सेबल इनकम में जुड़ती है, जिससे ज़्यादा टैक्स देने वालों को कम मुनाफ़ा मिल सकता है.

b) अगर समय से पहले पैसे निकालते हैं, तो मूल राशि पर 1.5% तक का जुर्माना लग सकता है.

ध्यान देने वाली बातें

  • हर 3 साल के विस्तार के लिए आपको अकाउंट मैच्योर होने के एक साल के अंदर आवेदन करना होगा.
  • प्रत्येक विस्तार के समय जो ब्याज दर होगी, वही अगले 3 साल तक लागू होगी. जैसे, अगर विस्तार के समय SCSS 7.5% ब्याज दे रहा है, तो अगले 3 साल के लिए यही दर मिलेगी, न कि शुरूआती 8.2%.
  • इसमें हर व्यक्ति ₹30 लाख तक निवेश कर सकता है. पति-पत्नी अलग-अलग अकाउंट खोलकर ₹60 लाख तक निवेश कर सकते हैं.
  • विस्तार के दौरान नया पैसा जमा नहीं किया जा सकता-विस्तार सिर्फ़ मौजूदा रक़म पर ही लागू होता है.

निष्कर्ष

SCSS को अनिश्चितकाल तक बढ़ाने की सुविधा ने इसे रिटायरमेंट के पैसे के लिए एक आसान और लंबे समय का निवेश बनाया है. पहले, अकाउंट ख़त्म होने पर रिटायर्ड लोगों को नया निवेश ढूंढना पड़ता था. अब, वो जितना चाहें उतने समय तक इस स्कीम में रह सकते हैं, बिना नए निवेश के जोख़िम या ब्याज की चिंता किए.

जो लोग रिटायरमेंट में हैं या रिटायरमेंट के क़रीब हैं उनके लिए ये एक और कारण है कि वो SCSS को एक कोर इनकम टूल के रूप में गंभीरता से लें. ये स्थिर है, सरकार द्वारा समर्थित और अब-लगभग हमेशा के लिए जारी रखने वाली योजना है.

ये भी पढ़ें: जुलाई से पहले NSC/SCSS लॉक करें या डेट फ़ंड्स में निवेश करें?

ये लेख पहली बार जून 17, 2025 को पब्लिश हुआ.

वैल्यू रिसर्च से पूछें aks value research information

कोई सवाल छोटा नहीं होता. पर्सनल फ़ाइनांस, म्यूचुअल फ़ंड्स, या फिर स्टॉक्स पर बेझिझक अपने सवाल पूछिए, और हम आसान भाषा में आपको जवाब देंगे.


दूसरी कैटेगरी