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10 बेहतरीन मिड-कैप स्टॉक्स: स्टॉक्स जो गिरावट में भी डटे रहे

क्वालिटी और मोमेंटम का मेलये मिड कैप कंपनियां सिर्फ़ आंकड़ों में नहीं, बिज़नस मज़बूती में भी अव्वल हैं

2025 के 10 बेहतरीन मिड कैप स्टॉक्स: हाई क्वालिटी और तेज़ रफ़्तार

ऐसे मार्केट में जहां मोमेंटम अक्सर शॉर्ट-टर्म का साबित होता है, अगर ये ठोस क्वालिटी के साथ जुड़ जाए तो निवेश के लिए बेहतरीन स्टॉक्स की पहचान संभव होती है. इस रिपोर्ट में हमने उन मिड कैप कंपनियों को छांटा है जो बिज़नस की क्वालिटी और स्टॉक प्राइस के प्रदर्शन—दोनों में ऊंचे अंक लाती हैं.

इसके लिए हमने दो फ़िल्टर लगाए: ऐसे मिड कैप स्टॉक्स जिनका क्वालिटी स्कोर 8 से ऊपर हो (ये दिखाता है कि कंपनी की वित्तीय स्थिति मज़बूत है) और मोमेंटम स्कोर 9 से ऊपर हो (ये हालिया तेज़ स्टॉक प्रदर्शन का संकेत देता है). इस आधार पर हमें 10 कंपनियों की एक लिस्ट मिली जो बाज़ार में लोकप्रिय होने के साथ-साथ फ़ाइनेंशियल तौर पर भी मज़बूत हैं.

मोमेंटम को और बेहतर समझने के लिए हमने हरेक स्टॉक का 1 साल का रिटर्न भी टेबल में शामिल किया है. इस लिस्ट में से हमने Godfrey Phillips और Aavas Financiers का गहराई से विश्लेषण किया है—ये कंपनियां अपने यूनीक बिज़नस मॉडल, वित्तीय प्रदर्शन और रणनीतिक स्थिति के लिए अलग नज़र आती हैं.

कंपनी मार्केट कैप (₹ करोड़) 1-वर्ष रिटर्न (%) 5-वर्ष औसत ROE (%) डेट-टू-इक्विटी
कोरमंडल इंटरनेशनल 64007 94 27.90 0.0
गॉडफ्रे फिलिप्स 39060 149 18.20 0.0
नारायण हृदयालया 37663 48 26.30 0.5
चंबल फर्टिलाइज़र 27645 87 26.90 0.3
एस्ट्राजेनेका फार्मा 22000 71 21.80 0.0
आधार हाउसिंग फाइनेंस* 20464 45 15.30 3.2
मनप्पुरम फाइनेंस 19658 24 20.80 2.9
आवास फाइनेंसियर्स 17395 44 13.80 3.3
ब्लू जेट हेल्थ* 13045 95 34.40 0.0
अवंती फीड्स 11702 71 17.70 0.0
*डेटा: 22 अप्रैल 2025 तक
*ब्लू जेट का ROE चार वर्षों का औसत है | आधार हाउसिंग का रिटर्न 15 मई 2024 से गिना गया है

आवास फाइनेंसियर्स
आवास फाइनेंसियर्स ने ख़ुद के लिए एक ख़ास जगह बनाई है, विशेषकर भारत के अर्ध-शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोज़गार करने वाले लोगों को क़र्ज़ देकर—एक ऐसा सेगमेंट जिसे ज़्यादातर बड़े बैंक अनदेखा कर देते हैं. कंपनी के पास 14 राज्यों में 373 से ज़्यादा ब्रांच हैं और ये छोटे होम-लोन देती है, अक्सर ऐसे ग्राहकों को जिनके पास औपचारिक इनकम प्रूफ़ नहीं होता.

इसकी ताक़त है इसकी अच्छी एसेट क्वालिटी और अनुशासित क़र्ज़ देने का काम. Q3 FY25 तक इसका ग्रॉस NPA सिर्फ़ 1.14% था, वहीं नेट इंटरेस्ट मार्जिन 7% से ऊपर बना रहा. इसका लोन पोर्टफ़ोलियो फैला हुआ यानी डाइवर्स है और जोखिम आधारित प्राइसिंग की वजह से कंपनी हाई-रिस्क ग्राहकों को भी लाभप्रद रूप से सेवाएं देती है. इसके फ़ाइनेंशियल हेल्थ का संकेत इसकी 44% की कैपिटल एडिक्वेसी रेशियो और 3.5% का पांच साल का औसत ROA देता है.

इसके अलावा, ये कंपनी एक पॉज़िटिव मैक्रो ट्रेंड की सवारी कर रही है. टियर 2 और टियर 3 शहरों में हाउसिंग डिमांड बढ़ रही है और PMAY 2.0 जैसी सरकारी योजनाओं के चलते FY24 में कंपनी ने 21 नई ब्रांच शुरू कीं.

हालांकि चुनौतियां भी हैं—बैंकों और फ़िनटेक्स से प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है और अगर ब्याज दरें तेज़ी से बढ़ती हैं तो मार्जिन पर दबाव आ सकता है. स्टॉक इस समय अपने पांच साल के औसत पी/बी से लगभग 20% नीचे, 4 गुना पी/बी पर ट्रेड कर रहा है.

गॉडफ्रे फिलिप्स
गॉडफ्रे फिलिप्स भारत की प्रमुख तंबाकू कंपनियों में से एक है और मार्लबोरो सिगरेट की ख़ास निर्माता है. ये कंपनी तंबाकू के अलावा पान मसाला, कन्फ़ेक्शनरी और रिटेल जैसे सेक्टरों में भी कोशिश कर चुकी है, लेकिन इसका मुख्य व्यवसाय अभी भी सिगरेट ही है, जिससे इसके कुल रेवेन्यू का लगभग 97% हिस्सा आता है.

कंपनी की सबसे बड़ी ख़ूबी इसकी वित्तीय मज़बूती है. बीते पांच साल में इसका औसत PAT मार्जिन 16% और ROCE 25% रहा है, जो इसके ऊंचे-मार्जिन और पूंजी-कुशल बिज़नस मॉडल को दिखाता है. कंपनी क़र्ज़मुक्त है और पिछले साल ₹200 करोड़ से ज़्यादा का फ़्री कैश फ़्लो जेनरेट किया.

FY23-24 में इनएक्टिव तंबाकू के निर्यात में तेज़ उछाल के चलते कंपनी की सेल्स में 30% बढ़ी है, जिससे स्टॉक में तेज़ी आई. FY22 में कुल सेल्स में इनएक्टिव तंबाकू की हिस्सेदारी 16% थी, जो FY24 में 27% हो गई.

लेकिन कुछ चिंताएं भी हैं—FY15 से अब तक इसके नॉन-टोबैको बिज़नस से ₹692 करोड़ का घाटा हो चुका है और ₹3,700 करोड़ के कैश का बहुत छोटा हिस्सा ही उत्पादक संपत्तियों में निवेश हुआ है. ज़्यादातर रकम म्यूचुअल फंड्स में पड़ी है, जिससे कैपिटल एलोकेशन पर सवाल उठते हैं. इसके अलावा, तंबाकू सेक्टर पर टैक्स और विज्ञापन बैन जैसी रेग्युलेटरी रिस्क भी बने रहते हैं.

इस समय ये स्टॉक 40 गुना P/E पर ट्रेड कर रहा है, जो इसके पांच साल के औसत से 180% ऊपर है—ये दिखाता है कि बाज़ार पहले से ही काफ़ी उम्मीदें इसमें प्राइस कर चुका है.

निवेशकों के लिए निष्कर्ष
ये स्क्रीनर ऐसे मिड कैप स्टॉक्स की पहचान करता है जो फ़ाइनेंशियली मज़बूत हैं और साथ ही बाज़ार में स्थायी मोमेंटम दिखाते हैं. लेकिन निवेश से पहले कंपनी के बिज़नस मॉडल, पूंजी आवंटन और जोखिम तत्वों का सावधानीपूर्वक विश्लेषण ज़रूरी है. याद रखें, लंबे समय की रणनीति और लगातार अच्छा प्रदर्शन, थोड़े समय के स्टॉक मूवमेंट से कहीं ज़्यादा मायने रखता है.

नोट: इस लेख में दिए स्टॉक्स को निवेश की सिफ़ारिश न समझें.

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