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चर्चित कंपनियों में हिस्सेदारी बढ़ाने से लेकर कुछ शेयरों में निवेश घटाने तक, इस फ़ंड के पोर्टफ़ोलियो में हाल के महीनों में काफ़ी हलचल देखने को मिली है.
अगर आप ये जानना चाहते हैं कि स्मार्ट मनी कहां जा रही है या फिर भारत के सबसे लोकप्रिय इक्विटी फ़ंड्स में से एक कहां दांव लगा रहा है, तो यहां उन पांच स्टॉक्स की लिस्ट दी गई है, जिनमें इस फ़ंड ने सबसे ज़्यादा निवेश बढ़ाया है.
HDFC फ़्लेक्सी कैप फ़ंड ने सबसे ज़्यादा ख़रीदे ये 5 स्टॉक
1. वैरोक इंजीनियरिंग
नवंबर 2024 से मई 2025 के बीच इस कंपनी में फ़ंड की हिस्सेदारी 2.29 प्रतिशत से बढ़कर 4.85 प्रतिशत हो गई. जानकारी के लिए बता दें, इस कंपनी को वर्तमान में वैल्यू रिसर्च स्टॉक रेटिंग में दो स्टार मिले हैं. इसकी क्वालिटी, ग्रोथ, वैल्यूएशन और मोमेंटम स्कोर जानने के लिए आप इस पेज पर जा सकते हैं.
2. साइंट
इस कंपनी में फ़ंड की हिस्सेदारी 1.17 प्रतिशत से बढ़कर 3.61 प्रतिशत हो गई. वैल्यू रिसर्च स्टॉक रेटिंग: 3 स्टार. इसकी क्वालिटी, ग्रोथ, वैल्यूएशन और मोमेंटम स्कोर जानने के लिए आप इस पेज पर जा सकते हैं.
3. जेके लक्ष्मी सीमेंट
इसमें एलोकेशन 2.13 प्रतिशत से बढ़कर 3.40 प्रतिशत हो गया. वैल्यू रिसर्च स्टॉक रेटिंग: 4 स्टार. इसकी क्वालिटी, ग्रोथ, वैल्यूएशन और मोमेंटम स्कोर जानने के लिए आप इस पेज पर जा सकते हैं.
4. नुवोको विस्टास कॉर्प
इसका वेट 1.94 प्रतिशत से बढ़कर 3.09 प्रतिशत हो गया. वैल्यू रिसर्च स्टॉक रेटिंग: 3 स्टार. इसकी क्वालिटी, ग्रोथ, वैल्यूएशन और मोमेंटम स्कोर जानने के लिए आप इस पेज पर जा सकते हैं.
5. बैंक ऑफ बड़ौदा
हिस्सेदारी 0.14 प्रतिशत से बढ़कर 0.62 प्रतिशत हो गई. वैल्यू रिसर्च स्टॉक रेटिंग: 4 स्टार. इसकी क्वालिटी, ग्रोथ, वैल्यूएशन और मोमेंटम स्कोर जानने के लिए आप इस पेज पर जा सकते हैं.
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फ़ंड ने कुछ नए स्टॉक्स में भी ली एंट्री
- हैवेल्स इंडिया: अप्रैल और मई में 0.61 प्रतिशत हिस्सेदारी ली.
- NCC: जनवरी में 0.25 प्रतिशत हिस्सेदारी ली.
- ONGC: फ़रवरी से मई के बीच 0.2 प्रतिशत हिस्सेदारी ली.
- स्विगी: मई में ही 0.32 प्रतिशत हिस्सेदारी ली.
वैल्यू रिसर्च स्टॉक रेटिंग जानने के लिए आप स्टॉक स्क्रीनर पर जा सकते हैं.
फ़ंड ने इन स्टॉक्स में घटाई हिस्सेदारी
- प्रेस्टीज एस्टेट्स प्रोजेक्ट्स: हिस्सेदारी 1.06 प्रतिशत से घटकर 0.27 प्रतिशत रह गई.
- अपोलो हॉस्पिटल्स एंटरप्राइज: हिस्सेदारी 1.20 प्रतिशत से घटकर 0.61 प्रतिशत हो गई.
- टेक महिंद्रा: हिस्सेदारी 0.44 प्रतिशत से घटकर 0.13 प्रतिशत रह गई.
आखिरी बात
इस फ़ंड की लिस्ट में मैन्युफैक्चरिंग, इंजीनियरिंग और PSU बैंकिंग सेक्टर पर ख़ास जोर दिख रहा है. ये महंगे मार्केट में वैल्यू की तलाश का संकेत हो सकता है.
क्या पोर्टफ़ोलियो से जुड़े इस तरह के बदलावों पर नज़र रखना चाहते हैं? और, क्या पिछले पांच सालों में सालाना 30.5 प्रतिशत का शानदार रिटर्न देने वाला HDFC फ़्लेक्सी कैप फ़ंड हमारी ‘बाई’ (ख़रीदें) लिस्ट में शामिल है? इसका जवाब जानने के लिए वैल्यू रिसर्च फ़ंड एडवाइज़र पर जाएं.
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